ना जियो धर्म के नाम  पर, ना मरो धर्म के नाम पर, इंसानियत ही है धर्म वतन का बस जियो वतन के नाम पर 

ना जियो धर्म के नाम पर, ना मरों धर्म के नाम पर, इंसानियत ही है धर्म वतन का, बस जियो वतन के नाम। 

ना जियो धर्म के नाम पर, ना मरों धर्म के नाम पर, इंसानियत ही है धर्म वतन का, बस जियो वतन के नाम। 

50. हर एक दिल में हिंदुस्तान है राष्ट्र के लिए मान-सम्मान भारत मां के बेटे हैं हम इस मिट्टी पर हम सब को अभिमान है।

देशभक्तों से ही देश की शान है देशभक्तों से ही देश का मान है हम उस देश के फूल हैं यारों जिस देश का नाम हिंदुस्तान है

बहुत लंबा चला संघर्षों की डगर आखिर पा ही लिया आजादी की नगर आज अपना है गणतंत्र अपना है संविधान हैपी रिपब्लिक डे!

ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम सब हिंदूस्तानी हैं गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं

बता दो आज इन हवाओं को जला कर रखो इन चिरागों को लहू देकर जो ली आजादी टूटने ना देना ऐसे प्रेम के धागों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं